

राज भारत न्यूज़ / छत्तीसगढ़ / 08 अगस्त 2023 / बिलासपुर :- तिफरा निगम के अंतर्गत आने वाले जोन क्रमांक 02 के अधिकारी व कर्मचारी अब हाईकोर्ट के निर्देशों को भी महत्व नही दे रहे है जिसका जीता जागता उदाहरण है नया बस स्टैंड के समीप स्थित विवाह स्थल मण्डपम के बाजू से गई हुई सड़क है। बता दें कि उक्त सड़क के निर्माण के लिए एक माह पूर्व हाईकोर्ट ने तिफरा निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 10 दिनों के अंदर क्रांकीट सड़क बनाने का सख्त निर्देश दिया था। फटकार के बाद निगम अधिकारियों ने उक्त सड़क का कार्य लगभग एक सप्ताह बाद ही शुरू किया लेकिन आज एक महीने होने को आ रहे है सड़क निर्माण कार्य अब तक पूरा नही हुआ है। सड़क निर्माण कार्य को प्रदर्शित करने के लिए निगम के अधिकारियों ने उसपर मिट्टी व मुरुम डालकर सिर्फ लोगों के आवागमन शुरू करवा दिया वही सड़क निर्माण में उपयोग होने वाली गिट्टी ज्यों का त्यों रखा हुआ है , अभी तक उसे न सड़क पर बिछाया गया और न ही क्रांकीट हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मण्डपम के बाजू से निकली हुई कच्ची सड़क सीधे सेक्टर डी की तरफ जाती है जहाँ सीएसआईडीसी के कई जमीन है वही उक्त स्थान से लगे हुए कई आवासीय कॉलोनियों का निर्माण भी हो चुका है जहाँ अब लोग निवासरत है। उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं का भी ज्यादातर उसी सड़क से आना जाना है साथ ही उच्च न्यायालय के महाधिवक्ता सतीश वर्मा का भी तिफरा में ही निवास स्थान है। पिछले वर्ष अत्यधिक बारिश होने की वजह से संपूर्ण तिफरा जल मग्न हो गया था वही आने जाने वालों को कमर तक पानी का सामना करना पड़ता था। बस एक ही स्थान था जहाँ से आया जाया सकता था वह था सेक्टर डी से मण्डपम के बाजू से जाने वाली सड़क जो सीधे रायपुर रोड पर जाकर मिलती थी। लेकिन उक्त सड़क कच्ची होने की वजह से वहाँ कीचड़ हो गया था साथ ही विवादों से घिरे उस जमीन पर कोई सड़क भी नही बनवा पा रहा था। आज वर्तमान में उस जमीन पर कोई विवाद नही है इसलिए उच्च न्यायलय के न्यायाधीश ने जनता की समस्या को गंभीरता से लेते हुए 10 दिनों के अंदर क्रांकीट सड़क निर्माण का निगम अधिकारियों को सख्त निर्देश कर दिया फिर भी अधिकारियों की उदासीनता की वजह से सड़क निर्माण कार्य देर से शुरू हुआ और अब वह अधूरा ही रह गया है।


● कीचड़ से सराबोर सड़क में आम नागरिकों का चलना हुए दूभर ●
सड़क निर्माण कार्य के नाम पर औपचारिकता दिखाते हुए निगम अधिकारियों ने मुरुम व मिट्टी डालकर छोड़ दिया है जिससे मुरुम व मिट्टी मिलकर कीचड़ व दलदल का रूप ले ली है वही स्थानीय निवासियों को सड़क बन जाने का धोखा हो रहा है वही कुछ लोग वापस हो जा रहे है तो कुछ लोग देर होने की वजह से वाहन निकालते हुए कीचड़ में धंस जा रहे है। पैदल चलने वाले हाँथो में चप्पल लिए गुजर रहे है इन सारी समस्याओं पर भी तिफरा जोन अधिकारी गंभीरता नही दिखा रहे है साथ ही हाईकोर्ट के आदेशों को भी दरकिनार कर तानाशाही रूप अपनाए हुए है।
अब देखना यह है कि इस खबर का इनपर क्या असर पड़ता है या फिर ये अपने रवैये पर अड़े रहेंगे। बहरहाल परिस्थिति जो भी हो परेशान जनता ही हो रही है।