

छत्तीसगढ़ / 15 मार्च 2023 / बिलासपुर :- 13 मार्च को गृह विभाग ने एक नवीन पदस्थापना की सूची जारी की है जिसमे सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश चंदेल को एन्टी क्रप्शन ब्यूरो मुख्यालय में नवीन पदस्थापना देते हुए उन्हें एसीबी का एडिशनल एसपी बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश चंदेल पर सरगुजा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान कई गंभीर आरोप लगे है जिसमे कोयले तस्करी से लेकर सरकारी वाहन को साजिश के तहत कब्जा कर वाहन की मरम्मत में लाखों रुपयों का दुरूपयोग करना जिसकी शिकायत भी हुई है साथ ही शिकायत में लोगों को डराने धमकाने व सट्टा कारोबारी के साथ मिली भगत के अलावा राज्य के बाहर से अवैध शराब का परिवहन,गाँजे की तस्करी,कोरोना काल मे शासकीय कर्मचारियों से दबाव पूर्वक कार्य करवाना, पत्रकारो को डराने धमकाने जैसे अनगिनत आरोप है।

● समझ से परे पदस्थापना
जिस अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है क्या वह अधिकारी भ्रष्टाचार की कार्यवाही के लिए न्यायोचित है यह एक गंभीर सवाल है गृह विभाग की सोच से परे इस नियुक्ति की पूरे प्रदेश में जमकर चर्चा है अब तो गृह विभाग पर भी सवालिया निशान दिखाई दे रहे है। वही राज्य में अन्य ईमानदार पुलिस अधिकारियों को अनदेखा कर पदस्थापना करना राज्य में ईमानदारी को धरातल पर ले जाने जैसी बात है। राज्य सरकार को इन पदस्थापनाओं पर पैनी नजर रखने की जरूरत है नही तो ओम प्रकाश चंदेल जैसे अधिकारियों की नियुक्ति से विभाग में दाग लग सकते है।

● शोसल मीडिया में भी जमकर हुआ था विवाद
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश चंदेल के सरगुजा पदस्थ रहने के दौरान शोसल मीडिया में भी उनपर जमकर छींटे पड़े थे आम लोगों सहित पत्रकारों ने भी उनपर धमकाने का आरोप लगाया था इन सभी परिस्थितियों की वजह से अन्ततः विभाग द्वारा उनका सरगुजा से स्थानांतरण कर बस्तर भेज दिया गया था अब वे नवीन पदस्थापना में एंटी क्रप्शन ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कहलायेंगे।
● योग्य अधिकारी हासिये में गृह विभाग करता है अनदेखा
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात से ही ईमानदार अधिकारियों को हासिये में रखा जाता है कुछ ईमानदार अधिकारी तो आजतक किसी अच्छे विभाग का मुँह तक नही देख पाए है और जो ईमानदार अधिकारी अच्छे जगहों पर है वो राजनीति की मार झेल रहे है जिनकी सुनने वाला कोई नही ऐसा लगता है राज्य में पद पाने की होड़ सी लग गई है सभी अधिकारी अपनी साख बचाने में लगे हुए है ऐसा ही एक ईमानदार अधिकारी वर्षो से बस्तर की खाक छान रहा है लेकिन उसे शहर का कमान देने गृह विभाग राजी नही है वही कुछ अयोग्य अधिकारी शहर में कमान संभाल कर भी शहर को संभाल नही पा रहे है गृह विभाग के इस खेल से न अधिकारी खुश है न जनता।