

राज भारत न्यूज़ / छत्तीसगढ़ / 08 सितंबर 2023 / सिरगिट्टी में दो मासूमों के मौत के बाद शासकीय अधिकारियों की नींद खुली है। इससे पूर्व स्थानीय नागरिकों ने कई बार क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अधिकारियों से चर्चा की लेकिन इसपर कभी कोई विचार नही किया गया। कुछ दिनों पूर्व दो स्कूली भाई बहनों की सड़क हादसे में मौत होने पर सिरगिट्टी क्षेत्र के नागरिक उद्वेलित हो गए और आक्रोश में आकर बन्नाक चौक में चक्का जाम कर दिये वही स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने सहपाठी की मौत पर नाराज होकर शासन के खिलाफ बगावत कर बीच सड़क पर बैठ गए व मुख्यमंत्री को आना होगा के नारे लगाने लगे जिन्हें शांत करने के अनुविभागीय अधिकारी को मुआवजे की घोषणा करना पड़ा है।
बीते सोमवार को सिरगिट्टी थाने में स्थानीय गणमान्य नागरिकों की एक बैठक आहूत कर सड़क सुरक्षा व क्षेत्र के सुरक्षा के लिए राय मांगे गए थे जहाँ बैठक में उपस्थित नागरिकों ने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार रखते हुए राय दर्ज कराई है। उक्त बैठक में अनुविभागीय अधिकारी सुभाष राज , सीएसपी , थाना प्रभारी सहित अन्य उपस्थित रहे अधिकारियों ने नागरिकों के दिये सलाह को दर्ज कर लिए ।
गुरूवार दोपहर को सिरगिट्टी पहुँचे बिलासपुर एसडीएम सुभाष राज अतिरिक्त तहसीलदार आकाश गुप्ता थाना सिरगिट्टी प्रभारी नवीन कुमार देवांगन बन्नाक चौक पहुचे जहाँ उनके साथ सीएसआईडीसी व पीडब्लूडी के भी अधिकारी मौजूद रहें। जहाँ उपस्थित जनप्रतिनिधियो द्वारा घटना स्थल सहित मुख्य चौक का निरिक्षण करवाया साथ ही बन्नाक चौक मे चारो तरफ स्पीड ब्रेकर, ब्लींक सिग्नल,स्वास्तिक पेट्रोल पम्प, बीईसी फर्टीलाइजर,फदहाखार चौक जय दुर्गा आइल मिल चौराहा पर ब्रेकर बनाने एसडीएम ने संबंधितो को निर्देशित किए इसके साथ ही सीएसआईडीसी के विधुत विभाग को औद्योगिक क्षेत्र मुख्य मार्ग पर बंद लाइटे तत्काल सुधार करने निर्देश दिए। इस दौरान इनके साथ वार्ड 10 के पार्षद पुष्पेंद्र साहू , भृगु अवस्थी, दिनेश कौशिक , आनंद श्रीवास, द्रोण सोनकलीहारी, शिवम व मोहन अवस्थी उपस्थित रहे।
निर्देश के बाद गुरुवार शाम से ही सिरगिट्टी के सड़को पर शासकीय विभाग के कर्मचारी दिखाई देने लगे व बंद बल्बों को सुधारने में लग गए साथ हीं सुधार के अन्य कार्य भी कर्मचारी करते नजर आए जबकि इसके पूर्व जिम्मेदारियों की तत्परता कभी किसी अधिकारी की नही दिखाई दी है।
● मौत के बाद ही क्यों जागता है शासन ?
देखा गया सिरगिट्टी की समस्याओं को किसी बड़ी घटना के बाद ही शासन ठीक करती है फिर चाहे वो तारबाहर अंडरग्राउंड ब्रिज हों या फिर सड़क दुर्घटना वही इन समस्याओं पर कभी कोई बड़े नेता भी गंभीर नजर नही आते है और चुनाव में मुँह उठाये वोट माँगने भी चले आते है। सिरगिट्टी की ऐसी कई अन्य समस्याओं को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।
● सिरगिट्टी इनकी वजह से कभी सुरक्षित नही हो सकता
सड़क दुर्घटना से बचने नागरिकों की पहल पर अधिकारी उपाय तो कर रहे है लेकिन फैक्ट्रियों के जहर से बचने के उपाय अधिकारी क्यों नही कर रहे है यह भी एक सोचनीय विषय है। राजश्री कारखाना से निकलने वाली प्रदूषित गैंस की बदबू से स्थानीय नागरिक की सांसें भर जातीं है जिससे यहाँ के निवासरत लोगों को सीने में दर्द उठने लगी है लेकिन फिर भी राज श्री कारखाने में दिन रात राजश्री गुटखा का उत्पादन निरंतर जारी है। वही नर्मदा ड्रिंक्स की केमिकल सिरगिट्टी में बिना कोई सुरक्षा के बह रही है जो भूमि में समा कर पीने के पनियों में मिल जा रही है जिससे कोई बड़ी बीमारी की आशंका बनी हुई रहती है। बीईसी फर्टिलाइजर की गैंस की रिसाव कभी भी हों सकतीं है जो भोपाल त्रासदी वाली रूप ले सकती है, चल रहे कोयलों की खुली ट्रकों से उड़ता हुआ धूल का गुबार साथ ही चिमनियों का धुँआ क्षेत्र को प्रदुषण रहित किया हुआ है। सिरगिट्टी क्षेत्र में ऐसे कई बड़े उद्योग है जो एक दिन काल का रूप लेगी लेकिन अभी तक किसी अधिकारी को इसकी चिंता नही वही इस विषय पर अधिकारी सहित नागरिक भी सोए हुए है क्योंकि शासन नींद से जागने के लिए मौत माँगती है।