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रेल प्रशासन ने सिरगिट्टी गोविंद नगर के मुख्य मार्ग को किया ब्लॉक, आम नागरिकों में मची हड़कम्प… लोग फोन लगाते रहे नही पहुँचे कोई भी जन प्रतिनिधि

राज भारत न्यूज़ / छत्तीसगढ़ / बिलासपुर / सिरगिट्टी समाचार -: दक्षिण पूर्वीय मध्य रेलवे के विभागीय अधिकारियों की ताना शाही रवैये से आम नागरिक भली भाँति परिचित है जो कभी भी कहीं भी बिना कोई नोटिस या सूचना जारी किए अपने कार्य को अंजाम देते है चाहे इनके कार्य से आम नागरिक प्रताड़ित हो या फिर जनता का अहित हो इस बात से इन अधिकारियों कोई सरोकार नही । ऐसी ही एक और घटना शुक्रवार को देखने मिला है जहाँ सिरगिट्टी क्षेत्र के वार्ड 11 स्थित गोविंद नगर वाली मुख्य मार्ग को रेल प्रशासन ने अवरुद्ध करते हुए वहाँ से आम नागरिकों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया है। बता दें कि रेल प्रशासन के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को बिना कोई सूचना जारी किए तानाशाही रवैया अपनाते हुए इस कार्य को अंजाम दिया है।

सिरगिट्टी क्षेत्र के गोविंद नगर कालोनी का मार्ग वार्ड 10 तारबाहर पंजाबी मोहल्ले से शुरू होकर वार्ड 11 नयापारा होते हुए वार्ड 12 नजरलाल पारा तक पहुँच कर वार्ड 70 मारिमाई पहुँचती है जहाँ से लाईन पार के लोग एक छोर से दूसरे छोर आसानी से पहुँच जाया करते है लेकिन अब इस मुख्य मार्ग को रेलवे ने ब्लॉक कर क्षेत्रीय लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिससे इस मार्ग पर बसने बसने वाली घनी आबादी प्रभावित हो रही है ।

नही पहुँच पाएगी एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेट घट सकती है घटना

बता दें कि इस मार्ग से लगे तीनो वार्ड में हजरों की जनसंख्या में आम नागरिक बसते है जहाँ जाने का का यही एक सुगम मार्ग है जिसे प्रतिबंध कर रेल प्रशासन ने एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेट जाने का भी रास्ता रोक दिया है जिससे भविष्य में कोई भी बड़ी घटना घटने पर यहाँ के नागरिकों को एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेट की सुविधा नही मिल पाएगी जो कि एक विकराल समस्या है ।

लोग फोन लगाते रहे और नही पहुँचे कोई भी जनप्रतिनिधि

तड़के दोपहर जब गोविंद नगर से नयापारा व नजरलाल पारा जाने वाली मुख्य मार्ग को रेल अधिकारियों ने अपने दल बल के साथ पहुँच कर आम नागरिकों को धमकाते हुए दीवार खड़ा कर रहे थे उस दौरान स्थानीय निवासियों ने सभी जन प्रतिनिधियों को बारी बारी फोन पर सूचना दिए व सहायता माँगें लेकिन उक्त स्थान पर एक भी जन प्रतिनिधि नही पहुँचे जिससे मायूस जनता रेल प्रशासन की तानाशाही को टकटकी लगाकर देखते रहे और मुख्य मार्ग में दीवार खड़ी हो गई ।

अब देखना यह है कि स्थानीय नेता व जन प्रतिनिधियों के द्वारा रेल प्रशासन के खिलाफ कोई एक्शन लेकर मार्ग खुलवाते है या फिर से आम जनता को खुलकर आंदोलन कर अपने अधिकार के लिए लड़ना होगा जैसे तारबाहर अंडर ग्राउंड ब्रिज के लिए लड़े थे व सफलता हासिल किए थे ।

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