

छत्तीसगढ़ / 28 जनवरी 2023 / उप पुलिस महानिरीक्षक पारुल माथुर ने जिला छोड़ने से पूर्व ही अपने मार्गदर्शन में नशे के बड़े सौदागरों को गिरफ्तार करवा दिया है बता दें कि एक दिन पूर्व शुक्रवार को गृह मंत्रालय से निकली स्थानांतरण सूची में कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों का स्थानांतरण हुआ जिसमें पारुल माथुर को एसीबी का एआईजी नयुक्त किया गया है। लेकिन जाते जाते अपराध से सम्बंधित मामले में एक बड़ी साफलता हाँथ लग गई वो भी शहर के मध्य स्थित थाने की तो इस बात को माना जा सकता है कि विभाग में उप महानिरीक्षक पारुल माथुर का ग्राफ पूर्व से भी और अच्छा हो गया जिसका भविष्य में एक अच्छा फायदा मिलने की संभावना जताई जा रही है साथ ही इस कार्यवाही पर थाना प्रभारी की भी विभाग में भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है।
सिविल लाईन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व उप पुलिस महानिरीक्षक ने नशे के विरुद्ध कारगर कार्यवाही करने का आदेश जिले के सभी थाना प्रभारिओ को दिया गया था. जिसके परिपालन में सिविललाइन पुलिस लगातार नशे के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है.
इसी आदेश के अनुक्रम में अति पुलिस अधीक्षक शहर व नगर पुलिस अधीक्षक सिबिललाइन के मार्गदर्शन में सिविललाइन पुलिस को मुखबिर की सूचना पर बड़ी कारवाही ndps act के तहत की गई है.
आरोपी
1 .महेंद्र साहू पिता किशन साहू पेण्ड्री, जांजगीर.(डीलर मुख्य आरोपी )
2 .सत्यनारायण अग्रवाल पिता बजरंग लाल ससहा पामगढ जांजगीर (वितरण करने वाला आरोपी )
3 .रोशन लाल मिश्रा पिता बद्री खुशीविहार कॉलोनी, तिफरा सिरगिट्टी (ट्रांसपोर्टर, बीच बीच में आरोपिओ को सप्लाई करता था )
4 .राजकुमार केवट पिता दुखीराम ससहा पामगढ (मुख्य आरोपी का सहयोगी, ग्राहकों को वितरण )
घटनास्थल
महाराणा प्रताप चौक पास, व्यापार विहार रोड, बिलासपुर.
जप्ती
8400 नग कोरेक्स ( chlorpheiramine maleate codeine phosphate syrup maxcoff syrup)सिरप की अवैध बड़ी मात्रा
70 कार्टून जप्त
खाकी रंग के कार्टून में अवैध मादक पदार्थ
मसरूका 14 लाख करीबन (प्रिंट रेट )
***आरोपिओ द्वारा 100 कार्टून मंगाया गया था जिसमे राहुल ट्रांसपोर्टर ने एक एक दो दो करके नशे का सामान बेचने को उपलब्ध कराया. बाकी कार्टून छुपाकर अपने गोडाउन में रखा रहा. ग्राहक उपलब्ध होने पर सम्पर्क करके नशीली सीरप को बिक्री वास्ते ले जाया जाता था.
***आरक्षक सरफराज की सूचना पर बड़ी कार्यवाही
***अवेध नशे का सामान लाने ले जाने के लिए बिना नंबर के स्प्लेंडर प्लस का उपयोग
पहले मुख्य आरोपी को बिक्री करते रंगे हाथो घटनास्थल पर रेड करके पकड़ा गया. बाद उसके मेमोरांडम कथन आधार पर अन्य आरोपी तक़ पुलिस पहुंच सकी.
योगदान :-
थाना प्रभारी के साथ सब इंस्पेक्टर खरे , एएसआई मनहर , सरफराज , देवेन्द्र दुबे , राजेश नारंग , विकास यादव के साथ समस्त सिविललाइन पुलिस…
आरोपिओ ने कहाँ से ये अवैध नशे की सिरप मंगाई, उसके लिए पूछताछ विस्तृत कि गई है जिसमे चेन्नई से तार जुड़े होने की जानकारी मिली है.
आरोपिओ ने ट्रांसपोर्ट स्लिप को फाड़ दिया है.
रायपुर में ट्रांसपोर्ट कराया गया चेन्नई में कंपनी होने की जानकारी मिली है. उत्तराखंड में मेडसिन की फैक्ट्री होना बताता गया है.